Avishkar 2017

आविष्कारों के सामाजिक सरोकार से छात्र प्रभावित

संजय रूंगटा ग्रुप में आविष्कार  2017

 

विज्ञान में हर समय नये आविष्कार  हो रहे है। तकनीकी दृश्टिकोण से विभिन्न क्षेत्रों में हो रहे विकास से समाज को किस तरह से लाभ हो सकता है । ऐसे आविष्कारों के प्रति रूझान बढ़ा है। प्लास्टिक से भी सड़क बनाई जा सकती है, मुम्बई की तरह भीशण बाढ़ से कैसे निपटा जा सकता है बाजार में अभी नही आई म्यूजिकल एप तथा कम लागत और कम समय में भवन कैसे तैयार हो सकते है। इस प्रकार के माडल देखकर साइंस के विद्यार्थी बेहद प्रभावित हुए। आर.एस.आर. रूंगटा एवं जी.डी.रूंगटा इंजीनियरिंग कॉलेज के सिविल इलेक्ट्रिकल एवं कम्प्यूटर साइंस एवं मैकेनिकल विभाग के विद्यार्थियों ने नवीनतम माॅडल बनाये है। संजय रूंगटा ग्रुप आॅफ इंस्टीट्यूषंस में प्रदर्षित इन साइंस एवं तकनीकी माॅडलों को देखने सैकड़ों की संख्या में आज विद्यार्थी उमड़े। संजय रूंगटा ग्रुप द्वारा हर साल की तरह इस बार भी आविष्कार  का आयोजन किया गया है। इस साल विषेश तौर पर विद्यार्थियों की विज्ञान के प्रति अभिरूचि बढ़ाने पहल की गई है। इसी के तहत दुर्ग जिले के षासकीय, निजी तथा बी.एस.पी द्वारा संचालित स्कूलों के विद्यार्थियों को आमंत्रित किया गया है।

आज पहले दिन षासकीय उच्चतर माध्यमिक षाला जंजगिरी, पुरई, जागृति उच्चतर माध्यमिक षाला छावनी, निर्मला रानी उच्चतर माध्यमिक षाला खुर्सीपार सहित 13 उच्चतर माध्यमिक षालाओं के विज्ञान विशय के 10वी, 11 वी एवं 12 वीं के विद्यार्थियों ने आविष्कार  में रखे गये प्रोजेक्ट तथा टेक्निकल माॅडल को देखा। आज प्रदर्षित माॅडल में बेबी इन्कुबेटर, म्यूजिक प्लेयर एप, आॅटोमेटिक साईड स्टैण्ड, आधुनिक रोपाई मषीन, भूमिगत केबल में खराबी ढूंढने की मषीन, बेकार प्लास्टिक से सड़क निर्माण, ट्रैफिक जाम के विकल्प पर रोड माॅडल, भवन निर्माण में नये प्रयोग तथा विभिन्न प्रकारों के ईट निर्माण के माॅडल विषेश आकर्शण के केन्द्र रहे। विद्यार्थियों को माॅडल दिखाने से पहले डेंटल आॅडिटोरियम में विज्ञान के सुनहरे भविश्य एवं नवीनतम तकनीक से विद्यार्थियों को अवगत कराया गया। आविष्कार  में प्रदर्षित प्रोजेक्ट एवं माॅडल के बीच प्रतिस्पर्धा भी है। सर्वोत्कृश्ठ प्रोजेक्ट को पुरस्कृत किया जायेगा। इसके लिए निर्णायक बनाये गये हैै। इस अवसर पर प्रमुख रूप से आर.एस.आर. के प्राचार्य डाॅ.पी.एस.बोकारे, इंजीनियरिंग काॅलेजो के विभिन्न विभागों के प्रमुख तथा प्राध्यापक उपस्थित थे।